Polycab Share: पॉलीकैब शेयर की कीमत में दिखाई दी भरी गिरावट, शेयर की कीमत कित्नेतक गिरा और IT रेड पड़ा ! POLYCAB SHARE CRACKED 22%
Polycab India stock crash: polycab की शेयर में भरी गिरावट
गुरुवार, 11 जनवरी को पॉलीकैब इंडिया के शेयर की कीमत में, सुबह बीएसई पर 22 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट देखी गई, खबरों के मुताबकि आयकर (आईटी) विभाग ने दिसंबर में कंपनी के कुछ परिसरों पर तलाशी अभियान चलाया।
पॉलीकैब इंडिया के शेयर की कीमत ने गुरुवार को 10 प्रतिशत से कम कीमत पर खुला, ₹4,421.85 के मुकाबले जो कि पिछले दिन ₹4,913.15 था। उसके बाद, स्टॉक और भी गिर गया, और 22.4 प्रतिशत की और गिरावत हुई, जिसके बाद वह ₹3,812.35 पर पहुंच गया। सीएनबीसी-टीवी18 के मुताबिक़, गुरुवार सुबह मल्टीपल ब्लॉक डील्स में लगभग 33 लाख शेयर, जिनकी कीमत ₹1,293 करोड़ थी, बदल गए।
पॉलीकैब इंडिया के शेयर प्राइस में हाल ही में कुछ तेजी से बदलाव देखा गया है, कुछ खबरों के मुताबिक कंपनी पर टैक्स छुपाने की व्यवस्था लग गई है। मंगलवार, 9 जनवरी को, मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक़ पॉलीकैब को टैक्स छुपाने का इल्ज़ाम लगाया गया, जिसने आयकर विभाग ने ₹200 करोड़ की अघोषित आय को पहचाना, जिसकी वजह से स्टॉक में 9 प्रतिशत गिरावट आई।
Polycab कंपनी में मारी गयी IT raid:
Polycab ने बताया है कि वह पूरी तरह से अनुपालन और पारदर्शिता का पक्का वादा करते हैं, और दिसंबर 2023 में आयकर विभाग के अधिकारियों के साथ तलाशी कार्यवाही में पूरी तरह से सहायता कर रहे हैं। कंपनी ने 9 जनवरी को कहा है कि उन्हें आयकर विभाग की तरफ से सर्च के बारे में कोई संपर्क नहीं मिला है।
मीडिया के मुताबिक़, आयकर विभाग ने हाल ही में पॉलीकैब के परिसरों पर तलाशी ली, जिसके वित्तीय रिकॉर्ड में कुछ समानान्तर पाया गया। ख़बरों के अनुसार, विभाग जल्दी ही कंपनी को एक नोटिस जारी करने का इरादा रखता है, जिसे मंगा जाएगा कि कहा गया चला है कि कर एवं लगाने वाले जुर्मने का भुगतान किया जाए।
मीडिया की रिपोर्टें और भी बताती हैं कि आयकर विभाग ने प्रमोटर खातों में दर्ज लेनदेन की कीमत ₹250-300 करोड़ तक पहुंचने का पता लगाया है।
PIB की रिपोर्ट क्या कहरी है !
बुधवार, 10 जनवरी को आई PIB की रिपोर्ट में कुछ कहा गया बिना, साफ तौर पर पॉलीकैब को नाम नहीं देते हुए बताया गया कि IT विभाग ने 22 दिसंबर, 2023 को एक ऐसे समूह पर तलाशी और जब्ती अभियान शुरू किया जो तार, केबल, और दूसरे बिजली के सामान के उत्पादन में शामिल है।
सर्च ऑपरेशन के दौरान, बहुत सारे आपत्तिजनक सबूत मिल गए हैं दस्तावेज़ और डिजिटल डेटा के रूप में। ये सबूत ये सबूत करते हैं कि टैक्स चोरी के लिए ग्रुप ने कुछ अधिकृत वितरकों के साथ मिलके किस तरह काम किया है। शुरूआती विश्लेषण ये दिखाता है कि प्रमुख कंपनी ने बेहिसाब नकदी बिक्री में शामिल होकर, बेहिसाब खरीदारी के लिए नकद भुगतान किया है, पीआईबी रिपोर्ट के मुताबिक़, कंपनी ने अपनी कर योग्य आय को दबाने के लिए गैर-वास्तविक परिवहन और उप-ठेकेदारी खर्च जैसे चेहरों का इस्तिमाल किया।